Craftsman-
किसी भी तकनीकी या गैर तकनीकी व्यवसाय (Engineering or Non-Engineering Trade) से संबंधित कार्य को करने वाले कारीगर को क्रॉफ्ट्समैन Craftsman कहते हैं।
Qualities-
एक अच्छे क्रॉफ्ट्समैन Craftsman में निम्नलिखित गुण होने चाहिए-
1. अच्छे क्रॉफ्ट्समैन को अपने व्यवसाय (Trade) में निपुण होना चाहिए।
2. व्यवसाय से संबंधित औजारों, उपकरणों व मशीनों आदि की पूरी जानकारी होनी चाहिए तथा उनको प्रयोग करना आना चाहिए।
3. किस कार्य के लिए कौन सा औजार, उपकरण या मशीन आदि प्रयोग करना है इसकी जानकारी होनी चाहिए।
4. विभिन्न इंजीनियरिंग पदार्थों, उपकरणों, टूल्स आदि के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
5. क्रॉफ्ट्समैन को यह पता होना चाहिए कि किसी वस्तु को बनाने के लिए कौन सा मैटेरियल्स उत्तम रहेगी तथा उसे कम से कम समय में बनाने की विधि आनी चाहिए।
6. क्रॉफ्ट्समैन में आत्मविश्वास की कमी नहीं होनी चाहिए
कार्यशाला में होने वाली दुर्घटनाओं के कारण -
कार्यशाला में होने वाली दुर्घटनाओं के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं
1. कारीगर का लापरवाही से काम करना।
2. व्यवसाय की अधूरी जानकारी।
3. कारीगर की काम करने में रुचि न होना।
4. अधिक आत्मविश्वास से काम करना।
5. मशीनों का ठीक से काम न करना।
6. औजारों की दशा ठीक न होना।
7. किसी भी कार्य के लिए ठीक औज़ार या मशीन का चुनाव करना।
8. कार्य करने की ठीक विधि की जानकारी न होना।
9. उचित पोशाक न पहनना।
10. कारीगर की मानसिक दशा ठीक न होना।
11. अनुशासन की कमी होना।
12. गीयर, पुली, ब्लेड व अन्य किसी गतिशील पुर्जो पर सेफ्टी गार्ड (Safety Guard) का न होना।
कारपेंटरी वर्कशॉप मे सावधानियां (Precautions in Carpentary Workshop)
किसी भी वर्कशॉप में काम करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए
1. काम करते समय ढीले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
2. उपयोग मे नही आ रहे औजार कार्य बेंच पर बिखरे नहीं रहने चाहिए। उन्हें उनके स्थान पर रखना चाहिए।
3. कारपेन्ट्री शॉप में लगी मशीनों पर सुरक्षा कवच (Safety Cover) लगे होने चाहिए।
4. औजार की धार हमेशा तेज रखनी चाहिए। धार ठीक न होने पर एक औजार फिसलकर शारीरिक नुकसान पहुंचा सकते है। औजारों के हैंडल कसे और मजबूत होने चाहिए।
5. मशीनों के आस-पास का क्षेत्र पूरी तरह साफ रखना चाहिए।
6. आरा मशीन पर काम करते समय उसके ब्लेड (Blade) के घूमने के व्हील की सीध में खड़े नहीं होना चाहिए।
7. साथ ही हाथों को ब्लड से दूर रखना चाहिए।
8. आरा पूरी तरह से घूमने लगे तभी उस पर काटने का काम शुरू करना चाहिए।
9. आरा मशीन को चलाने से पहले यह जांच लेना चाहिए कि उसके सुरक्षा कवच अच्छी तरह कसे हुए है अथवा नहीं।
9. आरा मशीन को चलाने से पहले यह जांच लेना चाहिए कि उसके सुरक्षा कवच अच्छी तरह कसे हुए है अथवा नहीं।
10. काष्ठ को घूमते पट्टे के सामने से सीधा ढकेलना चाहिए। इधर-उधर से दबाकर कभी भी नहीं ढकेलना चाहिए।