DC Theory Important Tips In Hindi -02

0

DC Theory Important Tips In Hindi -02 :- इस पोस्ट में DC Theory से सम्बंधित कुछ Tips दिए गए है जो आईटीआई की परीक्षा के साथ साथ अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओ के लिए भी महत्वपूर्ण है। 

DC Theory Important Tips In Hindi

👉जिस परिपथ में प्रतिरोधक (Resistor) के विद्युत धारा का एक मार्ग ही होता है । उसे सिरीज परिपथ (Series Circuit) कहलाता है ।

 

👉सिरीज क्रम में धारा का मान समान होता है । सिरीज क्रम में वोल्टेज का मान अलग अलग होता है ।


👉सिरीज क्रम में समान मान का प्रतिरोध (Resistance) को उतने ही प्रतिरोध स गुणा करते है । R = n . R


👉सिरीज क्रम में कुल प्रतिरोध = R1 + R2 + R3 + R4 होता है ।


👉श्रेणी क्रम संयोजन मे धारा का मान समान तथा वोल्टेज का मान असमान होता है ।

 

👉श्रेणी क्रम संयोजन का उपयोग सजावटी कार्यो आदि मे किया जाता है ।

 

👉वह संयोजन जिसमे धारा गुजरने के लिए एक से अधिक मार्ग हो तो समान्तर संयोजन कहलाता है ।

 

👉समानान्तर क्रम संयोजन का उपयोग भवन, रोड लाइट, आदि मे किया जाता है ।

 

👉समान्तर क्रम में वोल्टेज का मान समान होता है । समान्तर क्रम में विद्युत धारा का मान अलग अलग होता है ।

 

👉समान्तर क्रम में कुल मान सबसे छोटा प्रतिरोध के मान से कम होता है ।

 

👉वोल्टमीटर (Voltmeter) को समान्तर क्रम में जुडा जाता है ।

 

👉समान्तरक्रम में प्रतिरोध का सुत्र कुल प्रतिरोध RT=R1+R2+R3+R4 होता है, श्रेणी एवं समान्तर मे शक्ति खर्च समान होती है ।

 

👉एमीटर का प्रतिरोध वोल्टमीटर के प्रतिरोध कि अपेक्षा बहुत कम होता है ।

 

👉वैद्युतिक ऊर्जा को KWH मे मापा जाता है ।

 

👉किरचौफ का नियम ए.सी / डी.सी सिद्वान्त पर कार्यकरता है


👉आने जाने वाली धाराओं के योग के बराबर होता है किरचौफ का प्रथम नियम होता है । इसे किरचौफ का धारा नियम ( KCL ) कहा जाता है ।

 

👉किरचौफ धारा नियम ( KCL ) में Charge Conservation पर निर्भर करता है ।

 

👉किसी बन्द डी.सी परिपथ में आरोपित बलो को बीजगणितय योग परिपथ के वोल्टेज ड्राप के योग तुल्य  होता है इसे ही किरचॉफ का द्वितीय नियम ( KVL ) कहते है ।

 

👉किरचौफ धारा नियम ( KVL ) में Energy Conservation पर निर्भर करता है ।

 

👉कूलाम का नियम बल आवेश तथा दूरी सम्बधित होता है ।

 

👉उच्च प्रतिरोध को मैगर (Megger) मे मापा जाता है ।

 

👉कार्य का मात्रक मिट्रिश पद्वति में जूल होता है । 

 

👉शक्ति का मात्रक मिट्रिश पद्वति में जूल / सैकण्ड या वाट होता है 

 

👉1 अश्व शक्ति मान मिट्रिश पद्वति में 735.5 वाट होता है । 

 

👉1 अश्व शक्ति मान विट्रिश पद्वति में 746 वाट होता है । 

 

👉ऊर्जा का मात्रक मीट्रिक पद्वति में जूल होता है

Post a Comment

0Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !